Skip to main content

अक्सर घर के बुजुर्गों के पास ही हर समस्या का समाधान

अक्सर घर के बुजुर्गों के पास ही हर समस्या का समाधान मिल जाया करता है, जो रामबाण इलाज होता है। ऐसी ही कुछ छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याएं हैं, जिन्हें हल करने के लिए दादी मां के यह 22 रामबाण घरेलू नुस्खे ही काफी हैं । जरूर जानिए ... 1. कान दर्द 2. दांत दर्द 3. दांतों के सुराख 4. बच्चों के पेट के कीड़े 5. गिल्टी का दर्द 6. पेट के केंचुए एवं कीड़े 7. छोटे बच्चों को उल्टी दस्त 8. कब्ज दूर करने हेतु 9. आग से जल जाने पर 10. कान की फुंसी 11. कुकुर खांसी 12. पेशाब की जलन 13. फोड़े 14. सिरदर्द 15. पेशाब में चीनी (शकर) 16. मस्तिष्क की कमजोरी  1 पाव गाय का दूध गरम करके उसमें 12 दाना कालीमिर्च एवं 1 तोला मिश्री 20. मंदाग्नि 21. उदर विकार - अजवाइन, कालीमिर्च एवं सेंधा नमक 22. मोटापा दूर करना बालों के झड़ने पर नियंत्रण के लिए प्राकृतिक घरेलू उपचार यहाँ
1. कान दर्द -👇 प्याज पीसकर उसका रस कपड़े से छान लें। फिर उसे गरम करके 4 बूंद कान में डालने से कान का दर्द समाप्त हो जाता है।
2. दांत दर्द 👇 हल्दी एवं सेंधा नमक महीन पीसकर, उसे शुद्ध सरसों के तेल में मिलाकर सुबह-शाम मंजन करने से दांतों का दर्द बंद हो जाता है।
3. दांतों के सुराख 👇
 कपूर को महीन पीसकर दांतों पर उंगली से लगाएं और उसे मलें। सुराखों को भली प्रकार साफ कर लें। फिर सुराखों के नीचे कपूर को कुछ समय तक दबाकर रखने से दांतों का दर्द निश्चित रूप से समाप्त हो जाता है।
4. बच्चों के पेट के कीड़े 👇
 छोटे बच्चों के पेट में कीड़े हों तो सुबह एवं शाम को प्याज का रस गरम करके 1 तोला पिलाने से कीड़े अवश्य मर जाते हैं। धतूरे के पत्तों का रस निकालकर उसे गरम करके गुदा पर लगाने से चुन्ने (लघु कृमि) से आराम हो जाता है।
5. गिल्टी का दर्द 👇 प्याज पीसकर उसे गरम कर लें। फिर उसमें गो-मूत्र मिलाकर छोटी-सी टिकरी बना लें। उसे कपड़े के सहारे गिल्टी पर बांधने से गिल्टी का दर्द एवं गिल्टी समाप्त हो जाती है।
6. पेट के केंचुए एवं कीड़े 👇
1 बड़ा चम्मच सेम के पत्तों का रस एवं शहद समभाग मिलाकर प्रात:, मध्यान्ह एवं सायं को पीने से केंचुए तथा कीड़े 4-5 दिन में मरकर बाहर निकल जाते हैं।
7. छोटे बच्चों को उल्टी दस्त 👇
 पके हुए अनार के फल का रस कुनुकुना गरम करके प्रात:, मध्यान्ह एवं सायं को 1-1 चम्मच पिलाने से शिशु-वमन अवश्य बंद हो जाता है।
8. कब्ज दूर करने हेतु 👇
 1 बड़े साइज का नींबू काटकर रात्रिभर ओस में पड़ा रहने दें। फिर प्रात:काल 1 गिलास चीनी के शरबत में उस नींबू को निचोड़कर तथा शरबत में नाममात्र का काला नमक डालकर पीने से कब्ज निश्चित रूप से दूर हो जाता है।
9. आग से जल जाने पर 👇 
कच्चे 
आलू को पीसकर रस निकाल लें, फिर जले हुए स्थान पर उस रस को लगाने से आराम हो जाता है। इसके अतिरिक्त इमली की छाल जलाकर उसका महीन चूर्ण बना लें, उस चूर्ण को गो-घृत में मिलाकर जले हुए स्थान पर लगाने से आराम हो जाता है।
10. कान की फुंसी 👇
 लहसुन को सरसों के तेल में पकाकर, उस तेल को सुबह, दोपहर और शाम को कान में 2-2 बूंद डालने से कान के अंदर की फुंसी बह जाती है अथवा बैठ जाती है तथा दर्द समाप्त हो जाता है।
11. कुकुर खांसी 👇
 फिटकरी को तवे पर भून लें और उसे महीन पीस लें। तत्पश्चात 3 रत्ती फिटकरी के चूर्ण में समभाग चीनी मिलाकर सुबह, दोपहर और शाम को सेवन करने से कुकुर खांसी ठीक हो जाती है।
12. पेशाब की जलन 👇
ताजे 
करेले को महीन-महीन काट लें। पुन: उसे हाथों से भली प्रकार मल दें। करेले का पानी स्टील या शीशे के पात्र में इकट्ठा करें। वही पानी 50 ग्राम की खुराक बनाकर 3 बार (सुबह, दोपहर और शाम) पीने से पेशाब की कड़क एवं जलन ठीक हो जाती है।
13. फोड़े 👇 
नीम की मुलायम पत्तियों को पीसकर गो-घृत में उसे पकाकर (कुछ गरम रूप में) फोड़े पर हल्के कपड़े के सहारे बांधने से भयंकर एवं पुराने तथा असाध्य फोड़े भी ठीक हो जाते हैं।
14. सिरदर्द 👇
सोंठ को बहुत महीन पीसकर बकरी के शुद्ध दूध में मिलाकर नाक से बार-बार खींचने से सभी प्रकार के सिरदर्द में आराम होता है।
15. पेशाब में चीनी (शकर)👇
 जामुन की गुठली सुखाकर महीन पीस डालें और उसे महीन कपड़े से छान लें। अठन्नीभर प्रतिदिन 3 बार (सुबह, दोपहर और शाम) ताजे जल के साथ लेने से पेशाब के साथ चीनी आनी बंद हो जाती है। इसके अतिरिक्त ताजे करेले का रस 2 तोला नित्य पीने से भी उक्त रोग में लाभ होता है।
16. मस्तिष्क की कमजोरी 👇
मेहंदी का बीज अठन्नीभर पीसकर शुद्ध शहद के साथ प्रतिदिन 3 बार (सुबह, दोपहर और शाम) सेवन करने से मस्तिष्क की कमजोरी दूर हो जाती है और स्मरण शक्ति ठीक होती है तथा सिरदर्द में भी आराम हो जाता है।

Comments

Popular posts from this blog

HEART DISEASE

HEART खमीरा मरवारीद खास Khameera marwareed khas यह खमीरा भी पहले खमीर से अधिक लाभ रखता है यह खमीरा हृदय को शक्ति देने और चित्र प्रसन्ता के लिए विशिष्ट है तुरंत लाभ दिखाता है। हृदय की कमजोरी से हृदय धड़कता हो या घबराहट रहती हो इस खमीरे  के प्रयोग से अति शीघ्र दूर हो जाती है सामान्य शरीर शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए अति लाभदायक है। सेव्य मात्रा 3 ग्राम से 5 ग्राम सेवन विधि  यह खमीरा दिन में दो बार प्रात काल साईं काल आवश्यकतानुसार सेवन करें। खमीरा मुरक्कब Khameera Murakkab हृदय तथा मस्तिष्क की दुर्बलता तथा सामान्य शारीरिक दुर्बलता को दूर करता है। सेव्य मात्रा 5 ग्राम  सेवन विधि प्रातः काल दूध अथवा बिना दूध के खाएं। जवारिश आमला सादाJawarish Aamla sada यह जवारिश हृदय दौर्बलय में उपयोगी है हृदय मस्तिष्क और अमाशय को शक्ति देता है और हृदय तथा यकृत की अधिक गर्मी को दूर करती है वाष्प को रोकती और दस्तों को बंद करती है। सेव्य मात्रा 10 ग्राम  सेवन विधि यह जवारीश प्रातः काल अनाहार खाएं। जवारिश आमला अंबरी बनुस्खा कलांJawarish aamla ambari banuskha Kalan यह जवारिश हृदय की

हमदर्द तथा औषधि निर्माण

Humdard aur oshdhi nirmad                              हमदर्द तथा औषधि निर्माण तिब्बे यूनानी औषधियों के विशाल भंडारों से मालामाला है। एक समय था जब केवल जड़ी बूटियों से चिकित्सा की जाती थी । यह तिब्ब का प्रारंभिक युग कहा जाता है। धीरे धीरे चिकित्सा का चलन मुरक्कबात की ओर आया।आरम्भ मै जोशांदे आदि के  रूप में और फिर अनेक शरबतों माजूनों तथा जवारिशों आदि के रूप में नियमानुसार फार्मूले के मुरक्कबात तैयार होने लगे। अरब चिकित्सकों तथा अन्वेषकों ने इसकी सेवा का पूरा पूरा कार्य किया। भारतीय चिकित्सकों ने जी भी इस विषय में अपना योगदान देने में कमी नहीं की और इस प्रकार यह हाल हो गया कि यूनानी मुरक्कबात का का भंडार गिनती की सीमा से बाहर दिखाई देने लगा। www.gharelunushke.blogspot.com यह बात यद्यपि तिब्ब की उन्नति की प्रतीक बनी परंतु इस विशाल भंडार में शीत तथा शुष्क भी सम्मिलित हो गए। इसलिए अनिवार्य था कि अति कुशलता पूर्वक सुरक्षा सहित यूनानी औषधि निर्माण के जीवन के लिए प्रयत्न किया जाए। इस प्रयत्न को ठीक रेखाओं पर सफलतापूर्वक चलाने के लिए सबसे प्रथम बात यह यूनानी औषधियां इस महान भ

Update: Car Free Market Street and FAQ

Update: Car Free Market Street and FAQ By Phillip Pierce As you may have already heard (or read in our  previous blog post ), starting on Wednesday, January 29 some of the busiest sections of Market Street are going “Car Free” to increase safety and improve Muni. That means no private vehicles will be allowed to travel along Market Street eastbound from 10th to Main or westbound from Steuart to Van Ness. Traffic will still be able to cross Market, but there will be no turns onto the street in the car-free area.   Our crews are hard at work getting the street prepared and have already installed signs that will be unveiled on January 29th. In addition, we’ve created new pedestrian safety zones, added new loading zones and are extending the Muni lanes down Market Street.  Crews installed signs alongside streets in preparation for the changes on January 29. Most signs were put up and will be covered up (or “bagged”) until next week when the car-free Market begins.  Red Muni lanes ge