अमाशय के रोगों का हमदर्द में इलाज
अर्क़ अजवाइन
अमाशय को शक्ति देता है भूक लगाता है। aur Vayu Ko nikalta Hai और वायु को निकालता है कफ़ ज्वरों में लाभ देता है।सेव्य मात्रा 70 मिलीलीटर
सेवन विधि यह अर्क प्रात काल और सांयकाल दोनों समय पियें। यदि इसमें 15 मिलीलीटर शरबत नानखाह मिलाकर पिए तो अधिक प्रभाव हो जाए।
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अर्क़ बादयान Arq baadyan
Liver abdomen aur stomach यकृत आमाशय और अंतड़ियों के रोगों में सेवन किया जाता है आमाशय को शक्ति देता है और वायु को निकालता है।सेव्य मात्रा 125 मिलीलीटर सेवन सेवन प्रातः तथा साईं काल दिन में दो बार पिए।
अर्क़ पुदीना Arq pudina
Amashay ko Shakti deta hai अमाशय को शक्ति देता है। भोजन को पचाता है। भूक लगाता, हमारे और हैजे में सेवन किया जाता है। सेव्य मात्रा 125 125 मिलीलीटरसेवन विधि इस अर्क़ में 25 मिलीलीटर शिकंजीबीन नींबू मिलाकर पिए।
क़ुर्स पुदीना Qurs pudina
आमाशय तथा यकृत को शक्ति देते हैं । भूख लगाते और भोजन को पचाते हैं वायु को निकालते हैं।सेव्य मात्रा दो टिकिया
सेवन विधि भोजन के पश्चात दोनों समय खाएं।
जवारिश अनारैन Jawarish anaren
गर्म स्वभाव व्यक्तियों के आमाशय और यकृत को शक्ति देती है भूख लगाती है। पित्त की अधिकता को कम करती और मतली कै को रोकती है।सेव्य मात्रा 10 ग्राम सेवन विधि यह जवारिश प्रातःया आवश्यकतानुसार खाएं।
जवारिश जालीनूस jawarish jalinoos
आमाशय यकृत अंतड़ियों और मूत्राशय को शक्ति देती है। भोजन को पचाती है और भूख को बढाती है। वायु को घुलाती और भूख खूब लगाती है मुंह की दुर्गंध को दूर करती है मूत्र की अधिकता को रोकती है कफ खांसी और बवासीर में उपयोगी है गुर्दों तथा मूत्राशय में बार-बार पथरी पैदा होने की दशा में इसके सेवन से पथरी का पैदा होना रुक जाता है यदि बाल समय से पूर्व सफ़ेद हो जाएं तो इसके लगातार सेवन से वह ठीक हालत में आ जाते हैं।सेव्य मात्रा 5 ग्राम से 10 ग्राम तक
सेवन सेवन भोजन के पश्चात दोनों समय पानी से खाएं।
जवारिश ज़रूनी अम्बरी बनुस्ख़ा कलां jawarish zaruni Ambari banuskha Kalan
मस्तिष्क आमाशय अंतड़ियों और गुर्दों तथा मूत्राशय को शक्ति देती है कमर के दर्द को दूर करती और पुंसत्व को शक्ति देती है मूत्र की अधिकता कफ ,खांसी ,वात रक्त में लाभ देती है वायु को निकालती और बालों की स्याही को बनाए रखती है।सेव्य मात्रा 5 ग्राम
सेवन विधि आमाशय यकृत और गुर्दों तथा मूत्राशय की शक्ति के लिए यह जवारिश कुर्स ज़मरूद एक नग के साथ सेवन करें ।
जवारिश ज़रऊनी सादा jawarish zarooni Sada
आमाशय यकृत अंतड़ियों और मूत्राशय को शक्ति देती है। अफारे और पाचन के लिए उपयोगी है।सेव्य मात्रा 5 ग्राम से 10 ग्राम तक
सेवन विधि यह जवारिश प्रातः अथवा रात को खाएं।
जवारिश ज़ंजबील jawarish zanjbeel
Amashay ko Shakti deti अमाशय को शक्ति देती भोजन को पचाने और भूख लगाती है पित्त की अधिकता में विशेषकर लाभदायक हैसेव्य मात्रा 5 ग्राम
सेवन विधि यह जवारिश भोजन के पश्चात खाएं।
जवारिश पुदीना विलायती jawarish pudina vilayati
आमाशय को शक्ति देती है भूख लगाती है भोजन को पचाती है पित्त की अधिकता में विशेषकर लाभदायक है।सेव्य मात्रा 5 ग्राम
सेवन विधि दोनों समय भोजन के पश्चात खाएं।
जवारिश ऊद तुर्श jawarish ood tursh
Amavasya ko Shakti Deti Hai अमाशय को शक्ति देती है भूख लगती है भोजन को पचाती है। पित्त की अधिकता में विशेषकर लाभदायक है।सेव्य मात्रा 5 gram
सेवन विधि दोनों समय भोजन के पश्चात खाएं।
पित्त रोग का घरेलू और असरकारक उपचार in Hindi
पित्त एक प्रकार का पाचक रस होता है जो पचाने में मदद करता है लेकिन यह विष भी होता है| यह पतला तथा लसलसा होता है और इसका रंग सुनहरा होता है|पित्त का स्वाद बहुत कड़वा होता है|पित्त आंतो को काम करने की मजबूती देता है|पित्त का और काम होता है वो है की ये भोजन को जल्दी सड़ने से रोकता है और यदि इसको जल्दी आंतो में पहुचने से रोक दिया जाए तो खाना या भोजन जल्दी सड जायेगा और गैस बना देगा| इसी लिए उसे जल्दी सड़ने नही देता है और इससे भोजन ठीक से पचता है|लेकिन यदि पित्त को बढ़ने दिया जाये तो शरीरमें बहुत गर्मी हो जाएगी और कई प्रकार के रोग हो जाते है तो आओ जानते है की यदि पित्त बढ़ जाये इसका घरेलू इलाज कैसे किया जाये| सबसे पहले जानते है की पित्त होने का कारण क्या है|
पित्त रोग होने का कारण:-
पित्त रोगहोने का कई कारण होने जिनमे से कुछ कारण नीचे दिए गये है|वैसे आपको अगर स्वस्थ रहना है तो आप अपने खान पान पर विशेष ध्यान रखे इससे आप स्वस्थ रह सकते हैं|अब आइये जानते हैं पित्त की बीमारी के क्या कारण हैं|
- शराब, मांश, अंडा और तम्बाकू ज्यादा खाने से|
- तले हुए भोजन और मिर्च मसाला ज्यादा खाने से|
- पानी कम पीने से भी पित्त रोग होता है|
- भोजन करने का अन्तराल कम होने के कारण से भी पित्त नामक रोग हो जाता है|
- मानशिक रूप से परेशां होने के कारण|
- व्यायाम न करने के कारण|
- किसी कारण से अमाशय में पित्त जमा ओ जाना के कारण|
पित्त रोग होने का लक्षण:-
- शरीर में गर्मी का बढ़ना|
- छाती, गले तथा पेट में जलन होना|
- सिर दर्द होना|
- जी मचलना व उलटी होन
- जीभ या मुह में छाले पड़ना|
- खट्टी डकार आना|
- भूख कम लगना|
- आँखों में जलन होना|
- गले में जकडन होना|
पित्त रोग को ठीक करने का घरेलू इलाज:-
पित्त रोग को ठीक करने का घरलू इलाज बहुत आसन है इसके लिए आपको नीचे दिए हुए नुश्खी को ठीक से पालन करना पड़ेगा|
- पानी पीने से पित्त रोग का इलाज संभव है| इसके लिए आपको दिन भर में कम से कम 7 से 8 गिलास पानी पीना चाहिए|वैसे आप सभी जानते हैं पानी पीने से सारी बीमारियों का विनाश होता है|इसलिए आप अधिक से अधिक पानी का इस्तेमाल करें और स्वस्थ रहें|
- एक गिलास पानी में निम्बू का रस मिलाये तथा इसमें थोडा नमक मिलाये और थोडा सा चीनी मिलाये| अब इस मिश्रण को दिन में 7 से 8 बार पीना चाहिए|निम्बू पानी एक ऐसा उपयोग है जिससे पेट से related सारी बीमारी दूर होती है इसलिए आप इसका सेवन जरुर करें|
- पित्त रोग से पीड़ित रोगी को ठन्डे दूध में चीनी मिला कर पीना चाहिए| इससे पित्त रोग में बहुत फायदा होता है|
- यदि आपको पित्त रोग है तो आपको जल्दी पचने वाली चीज़े को खाना चाहिए|
- पित्त रोग से पीड़ित रोगी को खाना रात में सोने से दो घंटा पहले पीना चाहिए और सोने से पहले एक गिलास मीठा दूध पीना चाहिए|
- इस रोग से पीड़ित व्यक्ति को बज्रासन करना चाहिए वो भी खाना खाने के बाद|
- पित्त रोगी को लीवर के पास मालिस करना चाहिए|
- इस रोग से पीड़ित व्यक्ति को कम से कम चार से पञ्च दिन तक केवल फलो के रस का सेवन करना चाहिए|
- पित्त रोग से पीड़ित रोगी को दही तथा शहद का सेवन करना चाहिए|
- रोगी व्यक्ति को सुबह के समय कसरत करनी चाहिए|
नीचे दी हुई चीज़ों से आप पित्त के दौरान आराम महसूस करेंगे। आप इन चीज़ों का सेवन कर सकते है जिससे आपको मदद मिलेगा और आप आराम महसूस करेंगे।
- हरी सब्ज़ियाँ
- डेयरी प्रॉडक्ट्स जैसे घी, मक्खन, चीज़ आदि ।
- ताज़े फल
- अनाज व फलियाँ जैसे ओट्स जौ, ओट्स, गेंहू, ब्राउन राइस, पास्ता, ओट ब्रैन, वीट ब्रैन, जौ , ब्लैक बीन्स, काबुली चना, राजमा, मूंग, टोफू, सोया बींस आदि का सेवन भी कर सकते हैं।
यदि आप ऊपर दिए हुए उपायों का सेवन ठीक से करे तो पित्त रोग आराम से ठीक हो जायेगा और आपको कोई परेशानी भी नही होगी| यदि आप ऊपर दिए हुए उपचारों को सही तरीके से करे तो आपको पित्त रोग आगे से कभी नही होगा|दोस्तों अब मै समझ सकता हूँ आप सभी को मेरा ये पोस्ट बहुत अच्छा लगा होगा अगर आप मेरे द्वारा लिखे और share किये इस पोस्ट को अच्छे से पढ़े होंगे तो उम्मीद के साथ कह सकता हूँ आप सभी को बहुत अच्छा लगा होगा और समझ में भी आया होगा अगर आप को कुछ पूछना हो तो आप message box में लिखकर पूछ सकते हैं|
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